उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने बताया है कि प्रयाग महाकुंभ के 45 दिनों में 3 लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिला है।
लेकिन फरवरी में उत्तर प्रदेश का GST कलेक्शन केवल ₹9155 करोड़ रुपये प्राप्त हुए है और केवल 14% की वृद्धि हुई है। यानि सिर्फ 1300 करोड़ रुपये।
सवाल ये है कि 3 लाख करोड़ रुपये का GST कहाँ है? 18% टैक्स की औसत दर से करीब 54,000 करोड़ का टैक्स होना चाहिए था!
ये टैक्स कहाँ है? कौन खा गया? सरकार तक क्यों नहीं पहुँचा? किसने इतनी भारी टैक्स चोरी की है? क्या बीजेपी देगी जवाब?
(ये सच है कि कुंभ में काफ़ी व्यापार कैश में हुआ होगा। लेकिन GST तो प्रोडक्शन चैन में सबसे ऊपर से लगता है। इसलिए सरकार को ये GST तो मिलना ही चाहिए था। कोई भी सर्विस, कोई भी प्रोडक्ट टैक्स-मुक्त तो नहीं था। तो कहाँ गया ये टैक्स?)
👉👉👉👉👉 ✍️✍️✍️✍️निर्वेश क्रांतिकारी
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