आपकी मासूमियत अब अभिशाप का रूप ले रही है। मैं आपको केवल शराफत छोड़ने के लिए कह रहा हूं। राहुल, तेजस्वी से लेकर अखिलेश यादव तक सुनिए। भाला नाभि में मारना है, गले में नहीं।
जिस दिन पहली बार राहुल को पप्पू बताया गया, उनकी मां सोनिया को जर्सी गाय और बार डांसर बताया गया वो चुप रहें, जिस दिन उनके नाना नेहरू को अय्याश बताया, उनकी दादी इंदिरा और पिता राजीव के बारे में व्हाट्सएप पर झूठ इतिहास परोसा गया उन्होंने जवाब नहीं दिया।
राहुल के पूर्वज राहुल की निजी संपति नहीं है, उनके निजी पूर्वज नहीं है। गांधी-नेहरू की विरासत भले उन्हें जन्म के साथ दे दी गई लेकिन उनके साथ जुड़ा वैचारिक साम्राज्य पूरे देश का है।
तो फिर नेहरू को गाली देने पर राहुल चुप क्यों रह गए, गांधी को देशद्रोही बताने वालों पर मुकदमा क्यों नहीं करवाया, इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश करने वाले संघ के प्रवक्ताओं के खिलाफ एक प्राथमिकी भी दर्ज क्यों नहीं की?
ठीक वैसे ही लालू प्रसाद यादव केवल तेजस्वी यादव के निजी पूर्वज नहीं है, अखिलेश और नेताजी के बीच पूरे देश की समाजवादी कौम है। उनकी वैचारिक विरासत के उत्तराधिकारी भले दो लोग हों लेकिन उनकी वैचारिक लड़ाई के अगुआ हम जैसे करोड़ों हैं। नीतीश कुमार के डीएनए को गाली देने वाले गालीबाज को आपने यूंही कैसे छोड़ दिया।
तो अब साफ साफ शब्दों में सुनिए। हमारे महापुरुषों और नेताओं को गाली देने वाले उचक्कों को माफी देने का अधिकार न तो तेजस्वी को है, न राहुल को, न अखिलेश को।
बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना, बंगाल, तमिलनाडु, केरल, हिमांचल की गद्दी पर बैठी सरकारें आपके विचारों का प्रतिनिधित्व कर रहीं हैं। इनका उपयोग कीजिए।
नोएडा की गिद्ध मीडिया के कारण देश में बढ़ रहें साम्प्रदायिक तनावों पर एक्शन लीजिए। उनके शो से रायपुर, जयपुर, हैदराबाद में भी कम्यूनल हेट बढ़ता है और पटना में भी। तो फिर इनके संपादकों को अभय क्यों देना? माफ़ मत कीजिए।
मनीष कश्यप और अर्नब गोस्वामी की तरह देशभर के सभी गुलाम एंकर्स को जमानत के लिए दौड़ाना शुरू कीजिए। ये लोग वैसे भी आपको नहीं दिखा रहें, दिखा भी रहें है तो उसका नकारात्मक प्रभाव ही पड़ रहा है। आपकी कर्रवाई के बाद ज्यादा से ज्यादा आपको दिखाना बंद कर देंगे। इससे उनका भी नुकसान है, केवल आपका नहीं।
सम्मान बहुत दे दिया। अब पुलिस, पावर और धाराएं दीजीए। भाला आपके हांथ में है, इसे नाभि में मार दीजीए।
✍️✍️✍️✍️ #निर्वेशक्रांतिकारी
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